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कवर्धा , जिले के कुकदूर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत बदना ग्राम कौआनार में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। 62 वर्षीय करिया मरकाम की लाश उनके ही कोठार (बाड़ी) में खाट पर खून से लथपथ मिली। सिर और गले पर धारदार हथियार के गहरे वार देख पुलिस भी सन्न रह गई। कातिल हत्या में प्रयुक्त हथियार साथ ले गया, लेकिन घटनास्थल पर आधार कार्ड और बैंक पासबुक छोड़ गया — जो मृतक के नहीं, बल्कि किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर हैं।
हत्यारा कौन? सुराग छोड़ गया या गुमराह कर गया?
मौके से मिले दस्तावेज ग्राम घोघरा के एक व्यक्ति से जुड़े बताए जा रहे हैं। पुलिस ने तत्काल उसे पूछताछ के लिए थाने बुलाया है। सवाल उठ रहे हैं — क्या दस्तावेज अनजाने में गिर गए या जानबूझकर पुलिस को भ्रमित करने के लिए छोड़े गए?
जमीन विवाद या कुछ और?
गांव में चर्चा है कि मृतक करिया मरकाम के पास तरेगांव जंगल थाना क्षेत्र के बांटीपथरा गांव में लगभग 5 एकड़ जमीन थी। उन्होंने यह जमीन बदना गांव के एक व्यक्ति को बेची थी, लेकिन पट्टे वाली जमीन होने के कारण रजिस्ट्री नहीं हो सकी। जमीन बाद में लौटा दी गई थी। पुलिस इस विवाद को भी जांच का अहम एंगल मान रही है।
इकलौता बेटा मध्यप्रदेश में मजदूरी पर, अकेले थे बुजुर्ग
करिया मरकाम का बेटा बजरू मरकाम मध्यप्रदेश में मजदूरी के लिए गया हुआ था। ट्रैक्टर डोजर की किस्त चुकाने के लिए वह गांव छोड़ गया था। घटना की सूचना मिलते ही वह शनिवार को गांव पहुंचा।
रात की रखवाली बनी मौत की वजह
घटना की रात मृतक अपने कोठार में राहर की फसल की रखवाली के लिए मच्छरदानी लगाकर सोए थे। आमतौर पर सुबह-सुबह भैंस का दूध निकालने घर आ जाते थे, लेकिन शनिवार सुबह जब 7 बजे तक घर नहीं पहुंचे, तो बहू उन्हें बुलाने कोठार गई — जहां खून से लथपथ खाट पर उनका शव मिला।
पुलिस की जांच जारी
एसडीओपी भूपत सिंह ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार नहीं मिला है। मौके से जो दस्तावेज मिले हैं, वे किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर हैं। संबंधित व्यक्ति से पूछताछ हो रही है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और सभी संभावित एंगल से जांच जारी है।
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